कास्टिंग काउच फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए कोई नई बात नहीं है। फिल्मों में रोल देने के बदले प्रोड्यूसर डायरेक्टर द्वारा सेक्सुअल फ़ेवर की मांग करने के बारे में पहले भी कई स्टार्स खुलासा कर चुके हैं। अचरज की बात ये है कि कास्टिंग काउच का शिकार सिर्फ हीरोइन ही नहीं, बल्कि हीरो भी होते हैं।
रणवीर सिंह सहित कई हीरो इससे पहले भी इस बारे में खुलकर बोल चुके हैं और अब आयुष्मान खुराना ने भी अपने साथ हुए कास्टिंग काउच के बारे में खुलकर बोला है।
आयुष्मान खुराना बॉलीवुड के उन चुनिंदा एक्टर्स में से हैं, जो हमेशा लीक से हटकर फिल्में करते हैं और उनकी हर फिल्म दर्शक को पसन्द भी आती है। उनकी पिछली सात फिल्में हिट रही हैं।
लेकिन उनके लिए भी यहां तक पहुंचने का सफर बहुत आसान नहीं रहा। उन्हें भी इंडिसेंट प्रपोजल से गुजरना पड़ा। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इस बारे में बताया,
"शुरुआती दौर में मैं एक फिल्म के लिए कास्टिंग डायरेक्टर से मिला था। जब रोल के लिए बातचीत होने लगी तो उसने मुझे कहा, मैं तुम्हें लीड रोल दूंगा, लेकिन इसकी एक शर्त होगी। ये रोल तभी आपको मिलेगा जब तुम मुझे अपना टूल दिखाओ। मैं उसकी बात सुनकर सन्न रह गया। पहले तो समझा ही मुझे कि ये क्या कह रहा है और क्यों कह रहा है। जब मुझे समझ आया कि ये सेक्सुअल फ़ेवर चाहता है मुझसे, तो मैंने उससे कहा कि आप जैसा समझ रहे हैं, मैं वैसा नहीं हूं। मैं स्ट्रेट हूं और मेरी दिलचस्पी महिलाओं में है। मैंने उसका प्रपोज़ल ठुकरा दिया और वहां से निकल आया। हालांकि इसके बाद कई दिनों तक मुझे अजीब सा फील होता रहा, लेकिन मुझे कोई शिकायत नहीं। बिना किसी को फ़ेवर किये भी मैंने अच्छी फिल्में कीं और लोगों में मुझे पसन्द भी किया।
बता दें कि आयुष्मान खुराना ने साल 2012 में स्पर्म डोनेशन जैसे विषय पर बनी ‘विकी डोनर’ से डेब्यू किया था। पहली फिल्म से ही आयुष्मान खुराना को पहचान मिल गई थी। इसके बाद उनकी फिल्में 'शुभ मंगल ज्यादा सावधान', 'ड्रीम गर्ल', 'बाला', 'आर्टिकल 15', 'बधाई हो', 'अंधाधुन', 'बरेली की बर्फी', 'दम लगा के हईशा' सभी हिट रहीं।