Close

#birthanniversary मशहूर अदाकारा मीना कुमारी की चुनिंदा शायरी (#BirthAnniversary: Best Shayari Of Actress Meena Kumari)

बहुत कम लोग जानते हैं कि मशहूर अदाकारा मीना कुमारी को शायरी का भी शौक़ था. शायरी का ये शौक़ ही उन्हें गुलज़ार के करीब ले गया था. मीना कुमारी के शायराना अंदाज़ और अदाकारी पर गुलज़ार बहुत फ़िदा थे. फ़ुर्सत के लम्हों में दोनों शेर-ओ-शायरी पर बातें किया करते थे. फिर एक दिन मीना कुमारी अपनी तमाम निजी डायरियां गुलज़ार को सौंपकर दुनिया से रुख़सत हो गईं. मीना कुमारी के जाने के बाद उनकी लिखी नज़्मों और ग़ज़लों को गुलज़ार ने एक नया कलेवर देकर ‘मीना कुमारी की शायरी’ नामक किताब प्रकाशित करवाई. आज मीना कुमारी के जन्मदिन पर आप भी पढ़िए मशहूर अदाकारा की चुनिंदा शायरी...

Actress Meena Kumari

मशहूर अदाकारा मीना कुमारी की चुनिंदा शायरी
आग़ाज़ तो होता है अंजाम नहीं होता
जब मेरी कहानी में वो नाम नहीं होता
जब ज़ुल्फ़ की कालक में घुल जाए कोई राही
बदनाम सही लेकिन गुमनाम नहीं होता

चाँद तन्हा है आसमाँ तन्हा
दिल मिला है कहाँ कहाँ तन्हा
बुझ गई आस छुप गया तारा
थरथराता रहा धुआँ तन्हा

यूँ तेरी रहगुज़र से दीवाना-वार गुज़रे
काँधे पे अपने रख के अपना मज़ार गुज़रे
बैठे हैं रास्ते में दिल का खंडर सजा कर
शायद इसी तरफ़ से इक दिन बहार गुज़रे

बरसात मुबारक हो, ये साथ मुबारक हो
हर दिन रहे सलोना, हर रात मुबारक हो
सँवलाई हुई शामों को, हर सुब्ह मुबारक हो
हिचकी हो या सिसकी हो, हर नग़्मा मुबारक हो

रूह का चेहरा किताबी होगा
जिस्म का रंग उन्नाबी होगा
शरबती रंग से लिक्खो आँखें
और एहसास शराबी होगा

तेरे क़दमों की आहट को ये दिल है ढूँडता हर दम
हर इक आवाज़ पर इक थरथराहट होती जाती

हँसी थमी है इन आँखों में यूँ नमी की तरह
चमक उठे हैं अंधेरे भी रौशनी की तरह

कहीं कहीं कोई तारा कहीं कहीं जुगनू
जो मेरी रात थी वो आप का सवेरा है

यह भी पढ़ें: मीना कुमारी के अधूरे प्रेम की दर्दभरी दास्तान: कमाल अमरोही से लेकर धर्मेंद्र तक सबने प्यार में धोखा दिया (Tragic Love Story Of Tragedy Queen Meena Kumari)

Share this article