आमिर खान यूं तो मिस्टर पर्फ़ेक्शनिस्ट कहे जाते हैं लेकिन बीच-बीच में विवादों का शिकार भी हो जाते हैं. T20 वर्ल्ड कप को लेकर हाल ही में आमिर ने एक दिवाले के पटाखों का विज्ञापन किया है जिसमें वो टीम की जीत पर ये हिदायत देते दिखे कि जश्न मनाएंगे, पटाखे फोड़ेंगे… लेकिन सड़कों पर नहीं, सोसायटी के अंदर क्योंकि सड़कें गाड़ी चलाने के लिए होती हैं न कि पटाखे फोड़ने के लिए. आप भी देखें ये एड…
ये एड CEAT टायर का है और इस पर अब विवाद बढ़ गया है. भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने इसी विज्ञापन को लेकर CEAT टायर्स के एमडी/सीईओ अनंत वर्धन गोयनका को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी बात रखी है. अनंत कुमार ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि आपका ये विज्ञापन देखा जिसमें आमिर खान सड़कों पर पठाखे न फोड़ने की सलाह दे रहे हैं, ये वाक़ई एक अच्छा संदेश दिया जा रहा है, लेकिन मैं आपका ध्यान सड़कों की अन्य समस्या की तरफ़ भी दिलाना चाहता हूं. हर शुक्रवार को सड़कों पर नमाज़ पढ़ी जाती है तो मुसलमानों द्वारा सड़कों को जाम करने को लेकर भी एक विज्ञापन जारी करें.
14 अक्टूबर को लिखे इस पत्र में अनंत कुमार ने कई बातों का ज़िक्र किया है. उन्होंने लिखा है कि शहरों में शुक्रवार को नमाज़ के चलते सड़कें जाम होने का दृश्य बेहद आम है जिसके चलते ऐम्ब्युलेन्स या फ़ायर ब्रिगेड को कहीं पहुंचने में दिक़्क़त होती है. आम लोगों को भी परेशानी होती है, ऐक्सिडेंट का ख़तरा बढ़ता है.
मस्जिदों में जो अज़ान होती है उसमें लाउडस्पीकर का इस्तेमाल होता है, जिससे आस पास के लोगों को, स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. साथ ही ध्वनि प्रदूषण होता है वो अलग.
आप समाज के मुद्दों को लेकर जागरुक और संवेदनशील हैं और आप खुद हिंदू हैं तो हिंदुओं की भावनाओं का ख़याल रखते हुए महसूस कर सकते हैं कि इससे हिंदू को भेदभाव का एहसास होता है और इस भेदभाव को आप खुद भी महसूस कर सकते हैं, क्योंकि इन दिनों हिंदू विरोधी अभिनेताओं का एक समूह हिंदुओं की भावनाओं को आहत करता रहता है.
इस घटना का संज्ञान लेते हुए आपसे निवेदन है करता हूं कि आपके इस विज्ञापन ने हिंदुओं में रोष और अशांति पैदा की है, इसलिए भविष्य में आपकी कंपनी हिंदुओं की भावनाओं का ख़याल रहेगी और उन्हें ठेस पहुंचनेवाली बातों से बचेगी. हिंदुओं की भवानाओं का आप सम्मान करेंगे और उन्हें चोट नहीं पहुंचाएंगे.
ग़ौरतलब है कि इससे पहले इस एड को लेकर लोगों ने आमिर खान को सोशल मीडिया पर काफ़ी ट्रोल किया था और कहा था कि इनको दिवाली के पटाखे दिखते हैं लेकिन सड़कों पर नमाज़ पढ़ने वाले नज़र नहीं आते. लोगों ने कहा कि ये खान हिंदुओं के त्योहारों पर बोलते हैं जबकि हम इनकी फ़िल्में हिट करवाते हैं.
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