एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से एक और बुरी खबर आई है. 'महाभारत' में इंद्रदेव का रोल निभाने वाले सतीश कौल का निधन हो गया है. उन्होंने आज सुबह लुधियाना में आखिरी सांस ली. उनकी उम्र 73 साल थी और वो कोरोना से संक्रमित थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सतीश कौल काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पिछले दिनों तबीयत खराब होने के बाद 8 अप्रैल को उन्हें हॉस्पिटलाइज कराया गया, जहां टेस्ट के बाद कोरोना संक्रमण का पता चला. इसके दो दिन बाद ही आज सुबह उन्होंने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया.
आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे सतीश कौल
सतीश कौल पिछले काफी समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. यहां तक कि उनके पास दवा और जरूरी सामान खरीदने के पैसे भी नहीं थे. पिछले साल ऐसी खबरें भी आई थीं कि सतीश कौल वृ्द्धाश्रम में रह रहे हैं, हालांकि बाद में सतीश कौल ने इन खबरों को सिर्फ अफवाह बताया था और कहा था कि वह लुधियाना में एक किराए के घर में रहते हैं. हालांकि पहले वह वृद्धाश्रम में ही रहते थे.
पिछले साल सतीश कौल एक बार फिर तब न्यूज़ में आ गए थे जब लॉकडाउन के दौरान महाभारत का दोबारा टेलीकास्ट किया जा रहा था. तब एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि उन्हें कलाकार के तौर पर तो बहुत प्यार मिला अब इंसान के रूप में भी लोगों की मदद की जरूरत है.
बता दें कि 2011 में वो मुंबई से पंजाब लौट आए थे और उनकी आर्थिक हालत ठीक नहीं थी. खासकर लॉकडाउन के चलते उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई थी. इंटरव्यू के दौरान सतीश ने कहा था कि उनके पास दवाई और राशन जैसी आम ज़रूरतों के लिए भी पैसे नहीं हैं. गौरतलब है कि साल 2015 में सतीश कौल के कूल्हे की हड्डी फ्रैक्चर हो गई थी, जिसकी वजह से करीब ढाई साल वो बिस्तर पर ही रहे. इस वजह से उनकी आर्थिक हालत और खराब हो गई थी.
जहां तक सतीश कौल के करियर की बात है, तो उन्होंने 'प्यार तो होना ही था', 'आंटी नंबर 1' सहित करीब 300 हिंदी और पंजाबी फिल्मों में काम किया था, लेकिन उन्हें 'महाभारत' में भगवान इंद्र के किरदार से घर-घर में पहचान मिली थी. इसके अलावा 'विक्रम और बेताल' ने भी उन्हें काफी पॉपुलैरिटी दिलाई थी.