रिसर्च से यह साबित हो चुकी है कि फेस रीडिंग में भी स्त्रियों का कोई मुक़ाबला नहीं. वे किसी भी अनजान व्यक्ति को बस एक बार देखभर लेने से ही उसके बारे में बहुत कुछ बता सकती हैं, ख़ासकर वो विश्वास के क़ाबिल है कि नहीं.
* यदि गंदी बात या एडल्ट जोक्स की बात की जाए, तो महिलाएं यहां पर भी पुरुषों को पीछे छोड़ देती हैं यानी वे उनसे कई अधिक डर्टी टॉक करती हैं.
* एक महिला ने 69 बच्चों को जन्म देकर न केवल रिकॉर्ड बनाया, बल्कि अविश्वसनीय सी उपलब्धि दर्ज की. रूस की इस महिला ने जहां सात बार तीन बच्चों को एक साथ जन्म दिया, तो वहीं सात बार ही जुडवां बच्चे पैदा किए, बाकी सब बच्चे सिंगल हुए.
* स्त्रियों की रोगप्रतिरोधक क्षमता पुरुषों से कई गुना अच्छी होती है, इसी कारण वे दीर्घ आयु तक यानी लंबे समय तक जीती हैं.
* लेकिन झूठ के मामले में पुरुष बाज़ी मार जाते हैं. जहां पुरुष हर रोज़ छह से अधिक बार झूठ बोलते हैं, वहीं औरतें एक या दो बार ही बोल पाती हैं.
* यह भी कुछ कम दिलचस्प नहीं है कि रोने, बोलने व पलकें झपकाने में लड़कियां लड़कों से कहीं आगे हैं. जहां पुरुष वर्ग एक मिनट में मात्र 11 बार पलकें झपका पाते हैं, वहीं स्त्रियों की इतने ही समय में 19 बार पलकें झपकती हैं.
* रिसर्च के अनुसार, पुरुषों के मुक़ाबले महिलाओं में अधिक दिमाग़ पाया जाता है. शोध में यह भी पता चला है कि क्रोध को नियंत्रण करने, एकाग्र होने, अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में स्त्रियां पुरुषों की तुलना में बहुत आगे हैं.
* स्त्रियों की जीभ भी कमाल की होती है, जी हां हमारा तात्पर्य इस बात से है कि स्वाद जानने के मामले में एक्सपर्ट हैं. वे पुरुषों की तुलना में बहुत अच्छी तरह से कई तरह के स्वाद चख सकती हैं.
* महिलाएं बहुत से बड़े काम पूरी सूझबूझ के साथ करती हैं, फिर चाहे वो कार चलाना ही क्यों न हो. वे कभी भी उत्साह या अधिक जुनून में अपना दिमाग़ी संतुलन नहीं खोतीं.
* मल्टी टास्किंग में महिलाओं का कोई प्रतिद्वंदी नहीं है. वे एक साथ कई काम कर सकती हैं, अब तो यह जगज़ाहिर हो चुका है.
- ऊषा गुप्ता