इरफान ख़ान की अचानक तबीयत बिगड़ जाने के कारण उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है. कल से ही उन्हें बेहद कमज़ोरी महसूस हो रही थी, जिसके कारण वे बाथरूम में गिर भी गए थे. उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी. फ़िलहाल वे आईसीयू में हैं. उनके साथ उनकी पत्नी और दोनों बच्चे हैं.
पिछले हफ़्ते ही उनकी मां सईदा बेगम का बीमारी के चलते जयपुर में देहांत हो गया था. मुंबई में रहने, अस्वस्थ होने और लॉकडाउन की वजह से वे मां की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो पाए. उन्होंने वीडियो कॉल के ज़रिए मां को श्रद्धांजलि दी.
लॉकडाउन होने और एयरलाइन बंद होने की वजह से
वे रूटीन चेकअप के लिए लंदन नहीं जा पा रहे थे. वे अपना इलाज वहीं करवा रहे थे. ऐसे में वे मुंबई के हॉस्पिटल में चेकअप करवा रहे थे. अब सुनने में आया है कि अपने रूटीन चेकअप में दिक्कत की वजह से भी वे कोकिलाबेन हॉस्पिटल में एडमिट हुए हैं. अभी आईसीयू में है.
अंग्रेजी मीडियम फिल्म की शूटिंग के दौरान भी उन्हें कई बार बीमारी की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. इरफान ख़ान को मार्च 2018 में अपनी बीमारी न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर का पता चला था. उन्होंने इसका खुलासा सोशल मीडिया के ज़रिए किया था. यह एक दुर्लभ बीमारी है. फिर इरफान अपने इलाज के लिए लंदन चले गए थे. सालभर तक वहां रहने, इलाज और चेकअप करवाने के बाद पिछ्ले साल मुंबई आए थे. फिर भी वह पूरी तरह से ठीक नहीं हुए थे.
वे अंग्रेज़ी मीडियम फिल्म का प्रमोशन बीमारी की वजह से नहीं कर पाए. इसका उन्हें काफ़ी दुख हुआ, जो उन्होंने अपने फैंस के साथ शेयर किया. इरफान ख़ान काफ़ी हिम्मती और सकारात्मक सोचवाले इंसान हैं. इसी कारण वे इस बीमारी से पिछले 2 साल से लड़ रहे हैं और उसे चुनौती दे रहे हैं. उनके इस संघर्ष में उनकी जीवनसाथी सुतापा का बराबर साथ रहा. परिवार, दोस्त, को-स्टार उनकी समय-समय पर मदद करते रहे हैं. उनका साथ निभाते रहे हैं. हर कोई चाहता है कि वह जल्दी ठीक हो जाएं.
लॉकडाउन होने की वजह से उन्हें अपने रूटीन चेकअप में परेशानी आ रही थी और तबीयत बिगड़ने की वजह से वे कोकिलाबेन हॉस्पिटल में एडमिट हुए हैं. वैसे उनके संपर्क के लोगों ने कहा है कि चिंता की कोई बात नहीं है. फिर भी उनके अपने और फैंस प्रार्थना कर रहे हैं कि वे जल्दी ठीक हो जाएं और फिर से अपने अभिनय का जलवा दिखाएं.
इरफान ख़ान ने एक-से-एक बेहतरीन फिल्में की हैं और लाजवाब अभिनय किया है. फिर चाहे वो पान सिंह तोमर, मदारी, पीकू हो या हिंदी मीडियम,
अंग्रेज़ी मीडियम हो. नायक, खलनायक हो या हर छोटी-बड़ी भूमिका, हर एक में वे अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहे हैं और अपने सशक्त अभिनय का लोहा मनवाते रहे हैं. हमारी दुआ है कि जल्द ठीक हो जाएं और फिर से अपने अभिनय की दूसरी पारी शुरू करें.