एस.पी. बालासुब्रमण्यम के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लता मंगेशकर, उनके सहयोगी और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े तमाम हस्तियों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी. वे अगस्त महीने से ही कोरोना संक्रमण के कारण हस्पताल में भर्ती थे. काफ़ी समय से वेंटिलेटर पर थे. आज दोपहर उनके बेटे चरण ने उनके निधन की ख़बर दी. परिवार के सभी पत्नी, बेटा, बेटी, बहन सभी अंतिम समय में उनके पास थे. कल शनिवार को चेन्नई के उनके फार्म हाउस पर अंतिम संस्कार किया जाएगा.
श्रीपति पण्डितराध्युल बालसुब्रमण्यम यानी एस. पी. बालसुब्रमण्यम ने गायकी के अलावा अभिनेता, संगीतकार, निर्माता, एंकर जैसे तमाम फील्ड को भी छुआ था. वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे.
बेहतरीन गायक एस. पी. ने न जाने कितने सुमधुर कर्णप्रिय गीतों को गाया. उनकी हर गीत में एक मस्ती, प्यार की खुमारी, कशिश सी रहती है.
एस. पी. बालसुब्रमण्यम को उनके क़रीबी एसपीबी और बालु बुलाते थे. उन्होंने हिंदी, तेलुगू, मलयालम, तमिल, कन्नड़ आदि में तक़रीबन चालीस हज़ार से अधिक गाने गाए. लगभग 16 भाषाओं में ख़ूबसूरत गीतों को अपनी आवाज़ दी है. उन्हें छह बार राष्ट्रीय पुरस्कार से से सम्मानित किया गया. 25 बार वे साउथ के नंदी अवार्ड्स से भी सम्मानित हुए थे. तेलुगू फिल्म के तमाम पुरस्कार और सम्मान उन्हें मिले थे.
74 वर्षीय बालसुब्रमण्यम ने हर दौर में अपने गाने से बच्चे, युवा और हर जनरेशन को प्रभावित किया. उन्हें लुभाया है. आज वे हमारे बीच नहीं हैं, पर अपने सुमधुर गीतों के ज़रिए वे सदा हमारे दिलों में ज़िंदा रहेंगे. उनके चुनिंदा सदाबहार गाने देखते-सुनते हैं.. एस. पी. बालसुब्रमण्यम को मेरी सहेली की तरफ़ से भावभीनी श्रद्धांजलि!.. जुदा होकर भी उनकी आवाज़ की ख़ुशबू फ़िज़ा में सदा महकती रहेगी…
ये हंसी वादियां.. ये खुला आस्मां…
(रोजा)
बहुत प्यार करते हैं तुमको सनम…
(साजन)
मेरे जीवनसाथी प्यार किए जा…
(एक दूजे के लिए)
पहला पहला प्यार है…
(हम आपके है कौन)
साथिया तूने क्या किया…
(लव)
रूप सुहाना लगता है…
(द जेंटलमेन)
आ के तेरी बाहों में हर शाम लगे सिंदूरी…
(वंश)
हम ना समझे थे बात इतनी सी…
(गर्दिश)
सच मेरे यार है…
(सागर)
दिल दीवाना बिन सजना के माने ना…
(मैंने प्यार किया)
मुझसे जुदा होकर…
(हम आपके है कौन?..)