सोनू सूद ने कोरोना काल में जरूरतमंदों की मदद करने के लिए एक और पहल की है. कोरोना के चलते जो लोग अपनी रोजी-रोटी खो चुके हैं, सोनू उन जरूरतमंद लोगों को मुफ्त ई-रिक्शा बांट रहे हैं. सोनू सूद के इस नए इनीशिएटिव का नाम हाउ 'खुद कमाओ घर चलाओ'. सोनू सूद ने अपने इस इनीशिएटिव को सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
कोरोना काल में सोनू सूद गरीबों के मसीहा बनकर सामने आए हैं, जिसके चलते आम लोगों के बीच वो एक सुपर हीरो बन चुके हैं. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, सोनू ने कहा, "'मुझे ऐसा लगता है कि सामान देने से ज्यादा महत्वपूर्ण है लोगों को रोजगार के अवसर देना. मुझे यकीन है कि इस पहल से उन्हें फिर से अपने पैरों पर खड़े होने में मदद मिलेगी."
ख़बरों के अनुसार, सोनू सूद 10 करोड़ रुपये जुटाने और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए मुंबई में अपनी आठ संपत्तियों को गिरवी रख चुके हैं. सोनू ने बैंक से प्रॉपर्टी के बदले लोन लिया है. खबरों की मानें, तो सोनू ने 10 करोड़ के लोन पर 5 लाख रुपये के पंजीकरण शुल्क का भुगतान किया है.
कोरोना वायरस से जब पूरी दुनिया जूझ रही थी और सब लोग घरों में लॉकडाउन थे, तब बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद हजारों लोगों की मदद कर रहे थे. कोरोना काल में सोनू सूद मुसीबत में फंसे लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने आए और उनकी मदद की. सोनू सूद ने हज़ारों प्रवासी मज़दूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का नेक काम किया, जिससे आम जनता उनकी कायल हो गई.