इन दिनों फ्रॉड कॉल्स और वॉयस क्लोनिंग स्कैम तेज़ी से बढ़ रहे हैं. हमारे देश में ही नहीं, दुनियाभर में इस तरह की धोखाधड़ी दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है, जो आम लोगों के लिए गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है. आइए जानते हैं इन्हें कैसे पहचानें और ख़ुद को कैसे सुरक्षित रखें.
फ्रॉड कॉल्स एक तरह से ऐसे धोखाधड़ी वाले फोन कॉल्स होते हैं, जिसमें सामनेवाले स्मार्टली डील करते हुए पर्सनल इंफॉरमेशन कलेक्ट करता है. ये स्कैमर इस तरह अगले को भ्रमित कर देते हैं कि वे पैसे या अपनी व्यक्तिगत जानकारियां भरोसे के साथ दे देते हैं. इनके ठगी में बैंक डिटेल्स मांगना, ओटीपी लेना, इनाम जीतने का झांसा देना, सरकारी अधिकारी बन रौब जमाते हुए जानकारी हासिल करना, केवायसी अपडेट करने का झांसा देते हुए लिंक भेजना आदि शामिल होता है.

दरअसल, फ्रॉड कॉल्स ऐसे धोखाधड़ी वाले कॉल होते हैं, जो लोगों को भ्रमित करके उनसे पैसे या व्यक्तिगत जानकारी निकलवाने के लिए किए जाते हैं.
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फ्रॉड कॉल्स की पहचान कैसे करें?
* यदि आपको किसी अनजान नंबर से कॉल आता है और सामने वाला ख़ुद को बैंक, पुलिस या कोई सरकारी अधिकारी बताता है, तो अलर्ट हो जाएं.
* दूसरी ज़रूरी बात, यदि कॉल करने वाला कहता है कि आपका बैंक अकाउंट बंद हो जाएगा, केस दर्ज़ होगा या सिम बंद हो जाएगी तो समझ जाएं यह रेड सिग्नल है.
* ध्यान रहे कि कोई भी ऑर्गेनाइजेशन ओटीपी, पासवर्ड या पिन के डिटेल्स फोन पर नहीं मांगती है.
* जब कभी इस तरह के फोन आए कि आपका दस-बीस लाख का इनाम लग गया... आपकी लाखों की लॉटरी लग गई... आप दस लाख जीत गए हैं... तो समझ जाएं की यह स्कैम है. आपको इनाम का झांसा देते हुए आपको फंसाया जा रहा है.
* हां, यदि कोई शख़्स वीडियो कॉल करके पैसे की डिमांड कर रहा है, तो कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ है. वो भरोसेमंद नहीं हो सकता.
वॉयस क्लोनिंग स्कैम
एआई का इस्तेमाल करते हुए वॉयस क्लोनिंग स्कैम का बाज़ार ख़ूब फल-फूल रहा है.
इस तरह के स्कैम में अक्सर आपके किसी जान-पहचान वाले की आवाज़ की नकल कर ली जाती है. फिर इसका ग़लत ढंग से पैसे ऐंठने में उपयोग किया जाता है.
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कैसे होता है स्कैम?
ठगी करने वाले सोशल मीडिया, ऑनलाइन या फिर यूटयूब से आपकी आवाज़ को ले लेते हैं. फिर इसके ज़रिए आपकी आवाज़ कॉपी की जाती है. इसके बाद आपके अपनों, परिवार, दोस्तों, रिश्तेदार आदि को
आपकी बनाई गई आवाज़ में फोन करके आपके मुसीबत, संकट आदि में होने की बात कहकर स्कैम किया जाता है. ये धोखाधड़ी करनेवाले इतनी चालाकी से एआई टूल यूज़ करके आपके आवाज़ की नकल करते हैं कि आपके अपने भी आसानी से धोखा खा जाते हैं.
वॉयस क्लोनिंग स्कैम इतना ख़तरनाक साइबर फ्रॉड है कि धोखाधड़ी करनेवाले हूबहू आवाज़ की नकल का इस्तेमाल कर इमर्जेंसी का बहाना करते हुए अपने परिजनों से मैं फंस गया हूं... तुरंत पैसे भेजें आदि कहते हुए ठगी करते हैं.

इन स्कैम से ऐसे बचें...
- परिवार के साथ कुछ ऐसे सीक्रेट वर्ड या फिर सेफ कोड तय करके रख लें, ताकि जब कभी कोई मुसीबत आए, तो इसके ज़रिए पहचान की जा सके कि वाकई में इमर्जेंसी है या फिर स्कैम है.
- जब भी कोई जान-पहचान वाला अजीबोग़रीब तरीक़े से आपसे पैसे की डिमांड करें, तब सबसे पहले किसी और माध्यम से उस नाम के शख़्स को वीडियो कॉल करके इस बात की पुष्टि करें कि वाकई में उसे पैसों की ज़रूरत है.
- कभी भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ख़ुद से संबंधित यानी व्यक्तिगत जानकारी कम से कम रखें यानी ज़रूरत भर की ही रखें.
- सोशल मीडिया पर अपनी आवाज़ या वीडियो आदि कम पोस्ट करना आपके लिए फ़ायदेमंद रहता है.
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- प्राइवेसी से जुड़ी सेटिंग्स को अपडेट करते रहें. आपके सोशल मीडिया से जुड़े अकाउंट्स जितने प्राइवेट रहेंगे, उतना स्कैम होने के चांसेस कम रहेंगे.
- इस बात का ध्यान रखें कि क्लोन की गई आवाज़ें थोड़ी सपाट, असामान्य सी और आर्टिफिशियल सी सुनाई देती हैं. इसलिए ऐसी आवाज़ों को गौर से सुनने पर पकड़ा जा सकता है.
- अनजान नंबरों से आए फोन कॉल्स को अटेंड करने में अतिरिक्त सावधानी बरतें.
महत्वपूर्ण जानकारियां...
* अपने मोबाइल फोन पर कॉलर आई डी का उपयोग करें, जैसे ट्रू कॉलर.
* किसी भी तरह का स्कैम होने पर तुरंत 1930 पर फोन करें.
* बैंक को तुरंत इस बात की जानकारी दें और अपने सभी ट्रांजेक्शन को ब्लॉक करवाएं.
* साइबर क्राइम हेल्पलाइन 112 पर कॉल करें.
* आप अपनी शिकायत www.cybercrime.gov.in पर भी दर्ज़ कर सकते हैं.
* कोई भी लिंक आपको गड़बड़ या संदिग्ध सी लगे तो उस पर भूल कर भी क्लिक न करें.
* यूपीआई व बैंक से जुड़ी अपनी जानकारियां कभी भी किसी से शेयर न करें.
सावधानी बरतना, जागरूक और सतर्क रहना ही इस तरह की धोखाधड़ी से बचने का बेहतरीन उपाय है.
- ऊषा गुप्ता
