मनचलों के सिर से आशिकी का भूत उतारा कृष्णा पुनिया ने (Krishna Poonia Takes down bullies)
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नए साल की शुरुआत अगर किसी देश में लड़कियों की छेड़छाड़ भरी ख़बरों से हो, तो ये किसी भी देश के लिए बुरी और शर्मनाक ख़बर है. न जान कितने कैंपेन और कितनी तरह की बातें आए दिन टीवी, अख़बार और निजी संस्थानों के ज़रिए हम सभी को ये सिखाती रहती हैं कि लड़कियां भी लड़कों की ही तरह हैं. वो किसी दूसरे प्लैनेट से नहीं आई हैं, लेकिन न जाने इन लड़कों के दिमाग़ में क्या फितूर चल रहा होता है कि वो अपनी करतूत से बाज़ नहीं आते. ख़ैर इनकी मनमानी को कम करने और इनके ऊपर चढ़े आवारगी के भूत को उतारने के लिए कृष्णा पुनिया जैसे खिलाड़ी काफ़ी हैं, लेकिन बात ये है कि आख़िर हर लड़की में इतनी हिम्मत तो नहीं आ सकती.
मामला नए साल का है. कृष्णा चुरू में थीं और रेलवे क्रॉसिंग से गुजर रही थीं. तभी उन्होंने देखा कि दो लड़कियां रो रही हैं और कृष्णा ने उनसे पूछा कि क्या हुआ... उन लड़कियों ने बताया कि कुछ लड़के उनके साथ छेड़खानी और गंदे कमेंट्स पास कर रहे हैं. पुनिया का सारी बात समझने में देर नहीं लगी और वो तुरंत अपनी कार उसी दिशा में बढ़ गईं, जिस दिशा में मनचलों के जाने का इशारा लड़कियों ने किया था. थोड़ी दूर जाने के बाद कृष्णा ने उन लड़कों को पकड़ा और उन्हें पुलिस के हवाले किया.
कौन हैं कृष्णा पुनिया?
अगर आप नहीं जानते कि कृष्णा पुनिया कौन हैं, तो चलिए हम आपको बता देते हैं. 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में डिस्कस थ्रो गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली कृष्णा पुनिया एक बेहतरीन खिलाड़ी रही हैं. इस खेल में भारत को उन्होंने कई बड़े-बड़े गेम्स में रिप्रेज़ेंट किया है.
इस घटना के बाद क्या कहा पुनिया ने?
मनचलों को पुलिस के हवाले करने के बाद कृष्णा ने पुलिस से उनकी ड्यूटी सही तरह से निभाने और आम लोगों को ये सलाह दी कि अगर वो इस तरह के मामलों में खुलकर सामने आएंगे और ऐसे मनचलों को सही राह दिखाएंगे, तो आगे इस तरह की घटनाएं कम हो जाएंगी. इस तरह की घटनाओं के ख़िलाफ़ पूरे समाज को आवाज़ उठानी चाहिए.