पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने रचा इतिहास. जी हां, चीन के ग्वांग्झू में बी.डब्ल्यू.एफ. वर्ल्ड टूर फाइनल्स प्रतियोगिता के महिला सिंगल्स फाइनल में उन्होंने जापान की नोज़ोमी ओकुहारा को २१-१९, २१-१७ से हराकर बैडमिंटन वर्ल्ड टूर खिताब जीत लिया है. साथ ही इस प्रतियोगिता में गोल्ड जीतनेवाली वे पहली भारतीय बैडमिंटन महिला खिलाड़ी बन गई हैं. चैम्पियन सिंधु को बहुत-बहुत बधाई!
पुसरला वेंकट सिंधु ने जापान की नोज़ोमी ओकुहारा को हराकर अपने ३०० जीत हासिल की. इस साल पांच बार खिताबी फाइनल में हारने के बाद सिंधु की फाइनल में यह पहली खिताबी जीत है. फाइनल में ६२ मिनट तक चले मुकाबले में शुरुआत से ही सिंधु ने गेम पर अपनी पकड़ बना ली थी. वे पहले गेम में १४-६ से आगे थीं, तब नोज़ोमी ने ज़बर्दस्त वापसी करते हुए १० अंक जीतकर १६-१६ पर स्कोर ला दिया. लेकिन सिंधु ने अपना पूरा दमख़म दिखाते हुए २१-१९ से पहला गेम जीत लिया और फिर २१-१७ से दूसरा गेम जीतकर अपने खिताबी जीत के सूखे को ख़त्म किया. वैसे २०१८ साल उनके लिए यादगार रहा है, क्योंकि इस साल उन्होंने ४५ सिंगल जीते हैं. विश्व नंबर छह की सिंधु ने विश्व नंबर पांच की नोज़ोमी को बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स में हराकर गोल्ड मेडल जीतकर एक नया कीर्तिमान भी बनाया है. अब तक दोनों के बीच ११ मुकाबले हुए हैं, जिनमें महज तीन में सिंधु ने जीत हासिल की है. वैसे फाइनल तक पहुंचना और जीत हासिल करने का सफ़र सिंधु के लिए इतना आसान न था. इस प्रतियोगिता के अपने पहले मैच में उन्होंने जापान की अकाने यामागुची को हराया, इसके बाद विश्व की नंबर वन खिलाड़ी चीनी ताइपे की ताई जू यिंग को हराकर अपने कई हिसाब बराबर किए, क्योंकि अब तक दोनों के बीच हुए सात मुकाबलों में सिंधु लगातार छह बार हारी थीं, अब जाकर इस टूर्नामेंट में जीत हासिल कर पाईं. इसके बाद अमेरिका की बेइवेन झेंग को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचीं और वहां पर थाइलैंड की रत्चानोक इंतेनान को हराया. इसके बाद फाइनल में नोज़ोमी को सीधे सेटों में हराकर इतिहास रच दिया. शानदार उपलब्धियां * रियो ओलिंपिक में एकल खिताब में सिल्वर मेडल जीतनेवाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी. * साल २०१६ में चीन ओपन जीती. * पद्मश्री, राजीव गांधी खेल रत्न आदि पुरस्कारों से सम्मानित. * साल २०१८ के फोर्ब्स इंडिया सेलिब्रिटी १०० की सूची में १८ महिलाओं में से एक सिंधु रही हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब तक उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. * विश्व चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियाई खेल, थाइलैंड ओपन व इंडिया ओपन में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं. * दस सबसे अधिक कमाई करनेवाले स्पोर्ट्स खिलाड़ियों में से एक हैं पीवी सिंधु. * उन्होंने आज १६ दिसंबर, रविवार को वर्ल्ड टूर फाइनल्स जीतकर पहली भारतीय शटलर द्वारा यह उपलब्धि हासिल करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. अपडेट * वर्ल्ड टूर फाइनल्स इसके पहले सुपर सीरीज़ फाइनल के नाम से जाना जाता था. * इस प्रतियोगिता में विश्व के आठ टॉप प्लेयर हिस्सा लेते हैं. * अब तक भारतीय शाइनिंग स्टार साइना नेहवाल ने इसमें सात बार हिस्सा लिया है और साल २०११ में उपविजेता रही थीं. * इसके अलावा साल २००९ में मिक्स डबल्स में ज्वाला गट्टा-वी दीजू की जोड़ी उपविजेता रही थी. * पीवी सिंधु लगातार तीन बार से इस प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं. "आपको पूर्ण भागीदारी व प्रतिबद्धता के साथ चीज़ें करनी चाहिए. जब भी मैं फाइनल में हारी थी, तो कुछ समय के लिए उदास ज़रूर हुई थी, लेकिन मुझे कभी नहीं लगा कि खेल मेरे लिए खत्म हो गया है, क्योंकि यह एक विकल्प नहीं है. याद रहे जीत के लिए ख़ुद पर विश्वास बेहद ज़रूरी है..." - पी. वी. सिंधु- ऊषा गुप्ता
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