मल्टी सेविंग अकाउंट रखने से हो सकते हैं ये 5 नुकसान (Why You Shouldn’t Have Multiple Saving Account?)
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कुछ लोग डेबिड कार्ड, क्रेडिट कार्ड, वीज़ा और स्मार्ट कार्ड लेने के लिए अनेक बैंकों में अपना अकाउंट खोलते हैं, तो कुछ लोग बिज़नेस पर्पज़ या सैलरी अकाउंट की प्रायवेसी बनाए रखने के लिए भी मल्टीपल अकाउंट खोलते हैं. मल्टीपल सेविंग अकाउंट खोलने के बेशक बहुत सारे फ़ायदे होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मल्टीपल अकाउंट रखने के नुक़सान (Multiple Saving Account Disadvantages) भी बहुत होते हैं. यदि नहीं जानते हैं, तो हम आपको बताते हैं-
1. यदि आपके 2 से ज़्यादा सेविंग अकाउंट हैं, तो उन सभी अकाउंट में मिनिमन बैलेंस रखना बहुत ज़रूरी है. सेविंग अकाउंट में मिनिमन बैलेंस मेंटेन न रखने पर आपके पेनॉल्टी भरनी पड़ सकती है.
2. बैंक समय समय अपने अकाउंटहोल्डर से तरह-तरह के चार्ज वसूल करते रहते हैं, जैसे- वार्षिक मेनटेंस, मंथली स्टेटमेंट चार्ज, एसएमएस अलर्ट चार्ज आदि. अगर आपके 3 बैंक अकाउंट हैं, तो आपको तीनों बैंक अकाउंट के चार्ज़ेज़ का भुगतान करेगा और अनावश्यक रूप से आपके ख़र्चें बढ़ेंगे.
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3. यदि आपके 2-3 बैंक अकाउंट हैं, तो जाहिर सी बात है, उनके डेबिट और क्रेडिट कार्ड भी होंगे ही. बैंक इन कार्ड्स पर कुछ न कुछ चार्ज वसूल करता है, जिनका बिना कारण ही आपको भुगतान करना पड़ेगा.
4. 2-3 बैंकों के पासवर्ड एकसाथ याद भी मुश्किल काम है. पासवर्ड भूलने की स्थिति में आपका अकाउंट ब्लॉक हो सकता है.
5. अगर आप इंकम टैक्स भरते हैं, तो आपको हर बैंक के सेविंग अकाउंट की पूरी जानकारी आयकर डिपार्टमेंट को देनी होगी. किसी भी एक अकाउंट की जानकारी न देने पर आयकर विभाग आपको नोटिस भेज सकता है.
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