"चुप हूं, पर यूं चुप रहकर भी ख़ुद को ही तो सज़ा दे रही हूं. पता तो है तुम्हें भी…
तुम मेरी मुस्कान को देखोजो तुम्हें देखते हीइस चेहरे पर खिल उठती हैउन आंसुओं की मत सोचोजो सालों सालमैंने चुपचाप…
तिल्लाट ने उसके ठीक सामने आ कर अपनी कंपाउंड आइज़ से (लेखिका द्वारा बायोलॉजी में पढ़े ज्ञान को जबरन ठूंसने…
अनुष्का चाहती थी कि मीतू स्वयं इस विषय में बात करें, परंतु मीतू तो मानो चुप सी थी. अगले दो…
और अचानक आरती ने देखा कि मां अपने गहने निकाल कर चेक कर रही है. उसने मां को इस तरह…
"दवाई क्यों देंगे रिया? डॉल को चोट लगी है क्या?" उसकी सहेली चिंता से भर गई."नहीं, डॉल को बुखार है,"…
विनीता राहुरीकर “मैं भी यही सोच रही हूं… क्या हम सचमुच में अपने बच्चे से प्यार करते हैं? हम ईशान…
आवश्यक है कि हम अपने लिए खड़ी करते रहें नियमित कुछ चुनौतियां स्वयं को मशीन बन जाने से बचाने के…
जब से बाबूजी यहां आए थे, तब से परिवार में असंतोष व्याप्त था, कभी उनकी डकार को लेकर, कभी उनकी पूजा-पाठ…
जब छह महीने पहले हम इस शहर में आए थे, तो उस दिन सरोजजी ने हमें एक कप चाय पिलाई…